Chandigarh, April 20, 2021:- एडवोकेट और एनजीओ- द लक्ष्मी फाउंडेशन की सह-संस्थापक, डॉ. नवप्रीत कौर, ने एसिड अटैक सर्वाइवर्स के समर्थन के लिए समर्पित "एसिड अटैक ऑन वूमेन-ए सोशियो-लीगल पर्सपेक्टि" शीर्षक वाली अपनी अनूठी किताब को आज लांच किया। बुक का एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल ने पर्दापण किया। चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित बुक विमोचन समारोह के दौरान एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल यहाँ मुख्य अतिथि थी, एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की जीवनी पर आधारित फिल्म "छपाक" भी बन चुकी है, जिसमे अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने मुख्य भूमिका अदा की थी।
इस अवसर पर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी-सोनीपत की वाईस चांसलर श्रीमती विनय कपूर, पंजाब यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी इंस्टिट्यूट ऑफ़ लीगल स्टडीज विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर रतन सिंह, पंजाब यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी इंस्टिट्यूट ऑफ़ लीगल स्टडीज विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर जय माला, पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के डिप्टी एडवोकेट जनरल सौरव खुराना, पी जी आई के साइकाइट्री विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर आदर्श कोहली सहित डी पी आर ओ(R) प्रोफेसर बलदेव सिंह भी बतौर विशेष अतिथि उपस्थित थे।
डॉ. नवप्रीत कौर, ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि यह पुस्तक लैंगिक आधार पर असमानता को मापने वाले ढांचे के भीतर एसिड हिंसा का संदर्भ देती है। यह पुस्तक एसिड अटैक पीड़ितों द्वारा सामना की जा रही समस्याओं का सामना करने और पूरे समाज में इसके विभिन्न प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण योगदान देती है। मुख्य रूप से एसिड हमलों पर भारतीय दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करते हुए, लेखक द्वारा विभिन्न तुलनात्मक दृष्टिकोणों की रूपरेखा भी तैयार करते हुए, विभिन्न अन्य देशों में एसिड हमलों के संदर्भों, कानूनों, नीतियों और हस्तक्षेपों पर प्रकाश डालने का प्रयास किया गया है।
डॉ. नवप्रीत कौर ने आगे बताया कि एसिड हमलों पर शोध करते हुए उन्होंने कई एसिड अटैक पीड़ितों से मुलाकात की और इन महिलाओं द्वारा सामना किये जा रहे महत्वपूर्ण और मनोवैज्ञानिक, सामाजिक, चिकित्सा और कानूनी मुद्दों का एहसास किया और इसके अलावा उन्हें अक्सर सरकार और अन्य एजेंसियों से प्राप्त हो रही अपर्याप्त मदद को भी महसूस किया। इन कमियों को दूर करने के लिए उसने एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल के साथ मिलकर एसिड की बिक्री को रोकने के खिलाफ और एसिड अटैक सर्वाइवर्स की मदद करने के के साथ साथ उनके पुनर्वास के लिए "स्टॉप सेल एसिड" नाम से एक अभियान शुरू किया। इस अभियान को वर्ष 2019 से वैश्विक समर्थन प्राप्त है। डॉ. नवप्रीत और लक्ष्मी अग्रवाल ने "द लक्ष्मी फाउंडेशन" नाम से एक एनजीओ शुरू किया। "द लक्ष्मी फाउंडेशन" फाउंडेशन एसिड अटैक सर्वाइवर्स, वंचित महिलाओं, बच्चों और समाज के अन्य कमजोर वर्गों के उत्थान और हितों के लिए पूरी गंभीरता से कार्य कर रहा है ।
लक्ष्मी अग्रवाल ने कहा कि डॉक्टर नवप्रीत कौर से मैं वर्ष 2016 में मिली थी, नवप्रीत जी एसिड अटैक वायलेंस के लिए पी एच डी कर रही थी । मैंने इनको देखा, जिस तरह से यह कार्य और रिसर्च कर रही थी ।मुझे इनके अंदर एक जज़्बा दिख रहा था । इन्होने रिसर्च के लिए हमारे सेंटर में विजिट किया।एक एक परिवार से मिली, बात की, उनके दर्द को समझने की कोशिश की,यह ही बहुत ही बड़ी बात थी।मैंने बहुत सारे रिसर्चर को देखा, पर इनके रिसर्च करने का तरीका ही बहुत अलग था।रिसर्चर बनना और रिसर्च करना बहुत फर्क होता है।लेकिन नवप्रीत जी ने जो मेहनत की है, वो मेहनत इनकी बुक में नजर आएगी ।अगर मैं कहूँ तो इनकी बुक हमारी(एसिड अटैक सर्वाइवर) की आवाज़ है ।ऐसी बहुत सारी बातें जिससे आप बिल्कुल अनजान हैं, आपको नवप्रीत जी की इस बुक में नजर आएँगी। इन्होने जिस तरह से अपनी मेहनत और लगन से हमारे दर्द को अपनी इस बुक में बयाँ किया है।मेरे लिए बहुत बड़ी ख़ुशी की बात है।मुझे ख़ुशी है कि डॉक्टर नवप्रीत जी एक बहुत ही अच्छी सोशल वर्कर हैं ।डॉक्टर नवप्रीत जी एक बहुत ही अच्छी सलाहकार भी है, वो बहुत ही अच्छी मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं और युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा भी हैं।
No comments:
Post a Comment