Tuesday, March 9, 2021

Kaapi LA Roasters unveiled: 1st Coffee Beans Roaster to Introduce City the Concept of Fresh Roasted Coffee Beans

By Samachar Vishesh

Chandigarh March 09, 2021:- कॉफी सभी पीते पिलाते हैं क्योंकि ये ट्रेंडी भी है और इसके स्वास्थ्य लाभ भी काफी गिनाए जाते हैं। कॉफी के दीवानों में यूं तो सभी उम्र के लोग हैं पर आजकल  इसके शौकीनों में बहुत बड़ी संख्या युवा वर्ग की है। सर्दियां में कॉफी  पसंद की जाने वाली बात अब पुरानी हो गई है और अब ये बारह महीने के पसंदीदा पेयों में शामिल है।

ये बात उस जमाने से आगे निकल गई है, जहां ज्यादातर लोगों को कॉफी की जानकारी इंस्टेंट-कॉफी तक ही सीमित थी। आज का ग्राहक जानना चाहता है कि ये कहां उगती है, प्रोसेस कैसे होती है और बनती कैसे हैइसी कॉफी कल्चर की जानकारी देने के लिए ही "कॉपी ला रोस्टर्स" ये कॉन्सेप्ट लेकर आए हैं। इसके सभी वेरियंट्स के बारे में जानकारी देने के लिए चण्डीगढ़ में "कोकोमो" ब्रांड पेश किया है। जैसे शहर में फ्रेश बीयर का कॉन्सेप्ट लेकर ब्रेवरीज आई थी उसी तरह बिलकुल फ्रेश कॉफी रोस्टिंग का कॉन्सेप्ट "कॉपी ला रोस्टर्स" लेकर आए हैं।

इस वेंचर की शुरुआत हुई जब दो दोस्तों ने कॉफी के पैशन को एक ऊंचे लेवल पर ले जाने की सोच बनाई। "कॉपी ला रोस्टर्स" ऐसा वैंचर है जहां दोनो पार्टनर्स बचपन के दोस्त हैं. लखविंदर सिंह को कॉफी में 15 वर्षों का अनुभव हैं। वहीं दूसरे पार्टनर अनिल धीमान आयरन बिजनेस में हैं। कॉफी पीना और उसके स्वाद और खुशबू के बारे में जानने के शौक ने अनिल को पार्टनर बनाया। वे हंसते हुए कहते हैं कि लखविंदर ने आयरन मैन को कॉफी पिला-पिला कर कॉफी-मैन बना दिया। दोनों ने कॉफी रोस्टर प्लांट लगाने का प्लान बनाया। यहां ये बताना महत्वपूर्ण है कि ये  हरियाणा पंजाब, हिमाचल और जम्मू कश्मीर में  पहला  प्लांट है।

दोनों पार्टनर्स को कॉफी का पैशन है। उनका कहना है प्यार करने वालों के लिए जो मुकाम पेरिस का है वही मुकाम हमारे लिए कॉफी का है। इस वेंचर के ऑनर्स अनिल धीमान और लखविंदर सिंह ने बताया कि अमूमन कॉफी दक्षिण भारत से ही मंगवाई जाती है। वहां इसकी रोस्टिंग करके पैक किया जाता है। जिसके बाद डिस्ट्रीब्यूटर डीलर के नेटवर्क और ट्रांसपोर्ट के द्वारा ये कॉफी बीन्स चंडीगढ़, पंजाब हिमाचल पहुंचती है। इस सारे काम में कॉफी जब तक हमारे कप में पहुंचती है तो फ्रेशनेस टेस्ट और अरोमा में बहुत ज्यादा फर्क पड़ जाता है। "कॉपी ला रोस्टर्स" में ये फ्रेश रोस्ट की जाती है और तीन दिन के बाद आपके कॉफी के कप में मिल सकती है।

अनिल धीमान और लखविंदर सिंह ने आगे बताया कि हमारे पास इसके वेरियंट्स अरेबिका और रोबस्ता सभी ग्रेड्स और रोस्ट प्रोफाइल में मिल जायेंगे। लखविंदर सिंह ने बताया कि वो कॉफी में 15 साल का एक्सपीरियंस रखते हैं और प्रोफेशनल कॉफी रोस्टर हैं उन्होंने बताया कि कॉफी लवर्स के लिए यहां कस्टमाइज रोस्ट भी किया जाएगा, यहाँ आप लोग अपनी मनपसंद ब्लेंड तैयार करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि हम लोगों ने चिकमंगलूर और कुर्ग में कॉफी एस्टेट्स के साथ कॉन्ट्रैक्ट किए हैं ताकि क्वालिटी में कोई समझौता ना रहे। आज इस प्रोजेक्ट के बारे में प्रेस कांफ्रेंस की गई जिसमें विशेष रूप से सिया के प्रधान हरिंदर स्लैच एवम सिया के उप प्रधान दीपक शर्मा उपस्थित रहे।

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