By Samachar Vishesh News
Chandigarh 11th
July:- प्राचीन कला केन्द्र द्वारा आयोजित 20 वर्षो द्वारा निरंतर चली आ रही मासिक बैठकों की श्रृंखला की 260वीं कड़ी में आज यहां तबले की थाप एवं बांसुरी की मधुर धुनों से सजी शाम में चंडीगढ़ के जाने माने तबला वादक डॉ.महेंद्र प्रसाद शर्मा एवं चंडीगढ़ के प्रसिद्ध बांसुरी वादक रविंद्र सिंह ने अपनी जादू भरी प्रस्तुतियों से खूब तालियां बटोरी । कार्यक्रम का आयोजन गुरू एम.एल.कौसर सभागार में सायं 6 30 बजे किया गया ।
सबसे पहले पंजाब यूनिवर्सिटी में बतौर तबला वादक कार्यरत डॉ.महेंद्र प्रसाद शर्मा ने बनारस घराना के प्रसिद्ध तबला गुरू पंडित छोटे लाल मिश्रा से तबले की शिक्षा प्राप्त की है । डॉ.महेंद्र ने देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी प्रस्तुतियां देकर अपनी कला का प्रदर्शन किया है । दूसरी तरफ बांसुरी वादक रविंद्र सिंह ने प्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित पन्ना लाल घोष एवं पंडित हरि प्रसाद चौरसिया से प्रेरणा लेकर संगीत की शिक्षा प्राप्त की । इन्होंने देश के विभिन्न शहरों में खूबसूरत प्रस्तुतियां पेश करके खूब तालियां बटोरी हैं ।
आज के कार्यक्रम की शुरूआत डॉ.महेंद्र प्रसाद शर्मा ने तीन ताल में निबद्ध बनारस घराने में उठान प्रस्तुत किया । उपरांत विलम्बित,मध्य एवं द्रुत लय में कायदा,रेला,पलटे इत्यादि का प्रदर्शन किया । इसके पश्चात तकनीकी पक्ष चक्रदार एवं फरमाईशी चक्रदार प्रस्तुत किया और अंत में सारंगी के साथ सवाल जवाब प्रस्तुत किए जिसे दर्शकों ने खूब सराहा । कार्यक्रम का समापन इन्होंने तीन ताल में निबद्ध तिहाई से किया । इनके साथ सारंगी पर राजेश कुमार ने बखूबी संगत की ।
कार्यक्रम के अगले भाग में रविंद्र सिंह द्वारा बांसुरी वादन पेश किया जिसमें उन्होंने मारवा राग में आलाप से शुरूआत करके जोड़ आलाप प्रस्तुत किया । उपरांत विलम्बित गत एक ताल एवं द्रुत तीन ताल में प्रस्तुतियां पेश की । इसके पश्चात राग देश में मध्य लय तीन ताल एवं द्रुत तीन ताल में मधुर प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का मनोरंजन किया । कार्यक्रम का समापन राग खमाज में निबद्ध धुन से किया गया । इस कार्यक्रम में रविंद्र जी के साथ शहर के सधे हुए तबला वादक महमूद खां ने बखूबी संगत की । कार्यक्रम के अंत में केन्द्र की रजिस्ट्ार एवं सचिव सजल कौसर ने कलाकारों को सम्मानित किया ।
No comments:
Post a Comment