Monday, February 22, 2021

अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला किन्नरों को किया सम्मानित

By Samachar Vishesh News

Chandigarh Feb. 22, 2021:- किन्नर भी हमारे समाज का अहम हिस्सा है। जरूरत है तो बस इनसे भेदभाव खत्म कर इन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का। यह कहना है समाजसेविका लास्ट बेंचर की प्रेजिडेंट सुमिता कोहली का। उन्होंने अपने यह विचार लास्ट बेंचर और भारत विकास परिषद के आपसी सहयोग से आयोजित अंतराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम के दौरान पेश किए। इस अवसर पर शशि बाला, नीलम गुप्ता, सुमन गोयल,दिव्या सिंगला, डॉक्टर वंदना और डेज़ी सहित अन्य भी उपस्थित थे।

 सेक्टर 19 के कम्युनिटी सेन्टर में लास्ट बेंचर और भारत विकास परिषद के आपसी सहयोग से अंतराष्ट्रीय महिला दिवस को आज बिल्कुल ही अलग अंदाज में सेलिब्रेट किया गया। इस दौरान किन्नर समाज की महंत कामिनी, महंत रीटा, महंत अनिशा, महन्त शालिनी, महंत रिंकी, महंत प्रिया, महंत मलाईका और समाज सेविका अंजू शर्मा सहित कोरोना काल मे अपनी पॉकेट मनी से हजारों ही मास्क बनाकर बांटने वाली 02 बालिकाओं नौंवी कक्षा की स्टूडेंट दीपा और ग्याहरवीं कक्षा की स्टूडेंट मानसी को भी सम्मानित किया गया।इस मौके पर किन्नरों से देश-प्रदेश में हो रहे बच्चियों और महिलाओं पर अत्याचार और दुष्कर्म को रोकने के लिए दुआ मांगने का निवेदन किया गया। क्योंकि कहा जाता है कि किन्नरों की प्रार्थना भगवान जरूर सुनता है। जबकि इसी मौके संस्थाओ के सदस्यों सहित किन्नर महंतों ने कुछ पल के लिए नाच गा कर सबका मन भी मोह लिया। पंजाबी गानों और बोलियों पर उन्होंने नाचते हुए सबको मन्त्र मुग्ध कर दिया।

सुमिता कोहली ने आगे कहा कि दोनों संस्थाओं द्वारा 07 फरवरी 2021 से 06 मार्च 2021 तक अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज एक अलग तरीके से समारोह का आयोजन किया गया है।

महंत कामिनी ने लास्ट बेंचर और भारत विकास परिषद द्वारा दिये सम्मान का आभार जताया। उन्होंने कहा कि उनके समुदाय के लिए यह बेहद ही हर्ष और गर्व की बात है कि समाज अब उन्हें साथ लेकर चलने की बात करता है। सम्मान पा कर प्रसन्नित महंत कामिनी ने कहा की बेटियों का सम्मान करना चाहिए। सबके बहन बेटियां होती हैं। किसी के साथ कुछ गलत करने से पहले खुद की बहन- बेटी के बारे में सोचना चाहिए, जो गलत कृत्य लोग कर रहे हैं, उसकी सजा उन्हें मिलती है।

 

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