Chandigarh Jan.
22, 2021:- बालिकाओं की बेहतरी के लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर, हीलिंग हॉस्पिटल, सेक्टर34 ने 'परी नाज़ ' नामक एक अनूठी पहल का अनावरण किया, जिसका उद्देश्य बालिकाओं को सशक्त बनाना है। 'परी नाज़ ' न सिर्फ ट्राईसिटी, बल्कि इस रीजन में एक अग्रणी प्रयास है, जिसके बारे में जानकारी देने के लिए अस्पताल के वरिष्ठ प्रबंधन और संबंधित चिकित्सा विशेषज्ञों ने प्रेस क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया।
परी नाज़ पहल हीलिंग हॉस्पिटल के पार्टनर, दृश्मीत सिंह बुट्टर के दिमाग की उपज है। उन्होंने कहा कि परी नाज़ की शुरुआत परिवार में बेटी के जन्म को गौरवमय महसूस कराने के लिए की गयी है। परी नाज़ योजना के तहत हम माता-पिताओं को बालिकाओं के लिए वित्तीय योजना का महत्व बतायेंगे। एक प्रशिक्षित टीम अभिभावकों को भारत सरकार की सुकन्या समृद्धि खाता योजनाओं के बारे में जागरूक करेगी। डाकघर अथवा किसी अधिकृत बैंक में खाता खोलने के लिए शगुन के तौर पर रु. 1100 की शुरुआती राशि जमा कराने के साथ-साथ अस्पताल की ओर से ही सभी प्रोसेसिंग कार्य भी किया जायेगा।
प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. एकावली गुप्ता ने कहा कि इसके पीछे विचार यह है कि अभिभावकों को बालिका के वित्तीय सशक्तीकरण की आवश्यकता के बारे में सचेत किया जाये। माता-पिता अपने बजट के अनुसार किश्तों का भुगतान जारी रख सकते हैं और इससे उन्हें एक फंड बनाने में मदद मिलेगी, जिसे भविष्य की शिक्षा और लडक़ी की शादी जैसे खर्चों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
अस्पताल ने पूरी तरह से अपग्रेडेड लेवल-3 एनआईसीयू -नियोनेटल (नवजात) इंटेसिव केयर यूनिट के औपचारिक उद्घाटन की भी घोषणा की।
बाल रोग विशेषज्ञ एवं नियोनेटोलॉजिस्ट, डॉ. मृगिन्द सिंह ने कहा, 'प्रत्येक परिवार का विकास और स्वास्थ्य परिवार की महिला पर निर्भर करता है। बच्चियों की सेहत और भलाई के लिए, हम परी नाज़ दिवस मना रहे हैं। इसी के मद्देनजर अस्पताल में लेवल-3 एनआईसीयू सुविधाओं का विस्तार किया गया है।
प्रसूति एवं स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. रमनदीप कौर ने कहा कि पारदर्शी और नैतिक चिकित्सा की हमारी नीति के अनुरूप, हमने प्रसव के लिए एक किफायती निश्चित मूल्य पैकेज रखा है, भले ही प्रसव सामान्य हो या सीजेरियन। साथ ही, गर्भवती महिलाओं को धैर्य के साथ सामान्य प्रसव की कोशिश करने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए हमारे पास स्त्रीरोग विशेषज्ञों की देखरेख में काम करने वाली एक उत्साही टीम है। वास्तव में, हम हर महीने आंकड़ों का विश्लेषण करते हैं और मरीजों से प्राप्त फीडबैक पर भी पूरा ध्यान देते हैं, जिससे कि अधिक से अधिक बेहतर देखभाल प्रदान की जा सके। खास बात यह है कि जच्चा-बच्चा की सेहत हमारी सवोच्च प्राथमिकता है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रभजीत कौर, जो जटिलजाओं वाले शिशुओं की देखभाल में माहिर हैं, ने कहा कि शहर के बीचों-बीच विश्वस्तरीय उपकरणों की मदद से किफायती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना हमारा लक्ष्य है। हमने परी नाज़ नाम से एक जागरूकता अभियान भी शुरू किया है, ताकि न केवल बालिकाओं के आर्थिक कल्याण का महत्व बताया जा सके, बल्कि समाज में बेटियों के जन्म पर गर्व महसूस करने की परंपरा भी विकसित हो, जिससे कि बालिकाओं का भविष्य सुरक्षित हो सके। इसके लिए एक संस्था के रूप में हम सोशल मीडिया और विभिन्न ईवेंट्स का सहारा लेंगे, जिससे कि बेटियों के जन्म को एक उत्सव में बदला जा सके और परिवार में उनका स्वागत हो।
अस्पताल ने अपने गुर्दा रोग विभाग में गुर्दा प्रत्यारोपण इकाई स्थापित करने की अपनी भविष्य की योजना का भी खुलासा किया। एक बड़े एनआईसीयू और मॉड्यूलर ओटी की स्थापना पर भी विचार हो रहा है। एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पताल होने के साथ ही, हीलिंग हॉस्पिटल में 24 घंटे और सातों दिन सक्रिय रहने वाली आपातकालीन और एम्बुलेंस सेवाएं भी उपलब्ध हैं।
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