By Samachar Vishesh News
Chandigarh 06th September:- एम.पी.
किरण खेर ने अपने चुनावी घोषणापत्र में सिस्टम को बदलकर कांटरैकट सेवाओं को नियमित
करने के लिए चंडीगढ़ में संविदाकर्मियों से वादा किया था। आल कांटरैकचुअल कर्मचारी संघ ने अपनी मांगो की शिकायतों
के लिए स्थानीय एम.पी. के साथ बैठक करने की कई बार कोशिश की लेकिन सभी व्यर्थ रहीं
। आज भी इसी सम्बन्ध में बड़ी संख्या में कांटरैकट
कर्मचारी और आउटसोर्सिंग कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन पत्र सौंपने हेतु
सांसद किरण खेर के आवासीय कार्यालय में एकत्रित हुए। लेकिन उनहोनें चंडीगढ़ में उनकी भारी जीत के बाद सांसद को अपने आफिस से फिर से गायब पाया । उनकी
गैरमौजदगी में उनके पर्सनल सेक्रेटरी उमाकांत तिवारी ने ज्ञापन पत्र स्वीकार किया।
आल कांटरैकचुअल
कर्मचारी संघ के प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन ने संविदा कर्मचारियों
की जगह नियमित नियुक्तियों के लिए शिक्षा,उच्च शिक्षा और अन्य विभागों में अतिथि शिक्षक,
व्याख्याता, क्लर्क और अन्य श्रेणियों के पदों का विज्ञापन देना शुरू कर दिया। उन्होंने आगे बताया कि 25 साल से संविदा कर्मचारियों
के नियमितीकरण के लिए या तो कोई केंद्रीय दिशा-निर्देश नहीं है और न ही प्रशासन पंजाब
की रैगुलराइजेशन नीति 2011 से प्रशासन इन कांटरैकट वरकरस को नियमित कर रहा है, क्योंकि
चंडीगढ में केंद्रीय नीति के अभाव में एक बार उपाय के रूप में पंजाब के नियमों का पालन
कर सकता है।
आल कांटरैकचुअल
कर्मचारी संघ के चेयरमैन विपिन शेर सिंह ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर कांटरैकचुअल
कर्मचारी नगर सांसद किरण खेर से चुनाव से पहले भी मुलाक़ात कर चुके है, तब उन्होंने
आश्वासन दिया था कि चुनाव जीत कर आने के बाद वो उनकी मांगो को जल्द से जल्द हल करवाएंगी
। लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी उन्होंने उनकी मांगों कि ओरध्यान ही नहीं दिया,
बल्कि जब भी उनसे मिल कर अपनी समस्याओं से अवगत करवाना चाहा, वो मिले ही नहीं। वर्तमान
में आउटसोर्सिंग श्रमिकों का शोषण और भेदभाव किया जा रहा है, जिनके बदले में निविदा
या ठेकेदार के बदले में उनकी सेवाओं को बर्खास्त किया जा रहा है, विभिन्न विभागों में
सरकार नए वेब पोर्टल GeM के माध्यम से निविदाएं जारी कर रही हैं, प्रशासन द्वारा योग्यता
के लिए नए कार्यकाल और शर्तों को लागू करने या ठेकेदारों द्वारा पैसे की मांग की जा
रही है उनकी सेवाओं को सुरक्षित करने के लिए।
सर्व संविदा
कर्माचारी संघ ने सांसद की अनुपस्थिति में उनके कार्यालय में उनके पर्सनल सेक्रेटरी
उमाकांत तिवारी को ज्ञापन सौंपाहै।
करमचारी संघ
ने अपनी आवाज उठाने ,बुलंद करने और इस शोषण और भेदभाव के खिलाफ लड़ने का फैसला किया।
चंडीगढ़ प्रशासन
द्वारा कांटरैकट कर्मचारियों और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए निर्णय लेने में कमी
होने के कारण और जनता के बड़े हित में उनके मुद्दों को हल करने की कोई राजनीतिक इच्छाशक्ति न होने के कारण करमचारी
संघ चंडीगढ प्रशासन के विरूद्ध जलद ही मोरचा खोलेगा।
Barsaati mandak ki tarah aatey hain ye voting mai bahar fer BHOOL jatey hain
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